गूगल ने डूडल बनाकर भारतीय कवयित्री बालमणि अम्मा को याद किया |
बालमणि अम्मा का जन्म केरल के त्रिशूर जिले में 1909 में हुआ था। अम्मा ने शिक्षा प्राप्त के लिए कहीं नहीं गई |
अम्मा का विवाह 19 साल की उम्र में वी.एम. नायर से हो गया था जो मलयालम अखबार 'मातृभूमि' के प्रबंध निदेशक और प्रबंध संपादक थे
1930 में अम्मा की पहली कविता कोप्पुकाई प्रकाशित हुई थी। उन्हें कोचीन साम्राज्य के पूर्व शासक परीक्षित थंपुरन से एक प्रतिभाशाली कवि के तौर पर जाना जाने लगा ।
उनकी शुरुआती कविताओं में पौराणिक पात्रों और कहानियों को अपनाकर मातृत्व और महिलाओं को शक्तिशाली शख्सियत के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
दादी साहित्यिक कार्यों के लिए कई पुरस्कारों से नवाजी गई थीं। इनमें सरस्वती सम्मान और भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण भी शामिल हैं।